इसके अलावा 20-29 साल की उम्र के बीच के वोटर्स की संख्या 19.47 करोड़ है। चुनाव आयोग ने बताया है कि जिन उम्मीदवारों के आपराधिक रिकॉर्ड हैं, उन्हें तीन बार इसकी जानकारी देते हुए इश्तिहार देना होगा।
नई दिल्ली । जिस समय का लंबे वक्त से इंतजार था, आखिर वह आ ही गया। चुनाव आयोग शनिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सबसे पहले कहा कि चुनाव का पर्व, देश का गर्व।उन्होंने बताया कि इस बार 96.8 करोड़ वोटर्स वोट डालने जा रहे हैं। यानी कि करीब 97 करोड़ लोग लोकसभा चुनाव में वोट डालेंगे। आगामी लोकसभा चुनाव में करीब 1.8 करोड़ वोटर्स ऐसे हैं, जो पहली बार किसी चुनाव में वोट डालने वाले हैं। इसके अलावा 20-29 साल की उम्र के बीच के वोटर्स की संख्या 19.47 करोड़ है। चुनाव आयोग ने बताया है कि जिन उम्मीदवारों के आपराधिक रिकॉर्ड हैं, उन्हें तीन बार इसकी जानकारी देते हुए इश्तिहार देना होगा।
कुल मतदाताओं में 49.7 करोड़ पुरुष, 47.1 करोड़ महिलाएं, 48 हजार ट्रांसजेंडर शामिल हैं। चुनाव आयोग के आंकड़े के अनुसार, देशभर में मतदाता लिंगानुपात 948 है, 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, ''हमारी मतदाता सूची में 85 साल से अधिक उम्र के 82 लाख और सौ साल से अधिक उम्र के 2.18 लाख मतदाता शामिल हैं।''
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हम देश को वास्तव में उत्सवपूर्ण, लोकतांत्रिक माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम की विधानसभाओं का कार्यकाल भी जून 2024 में खत्म होने वाला है। जम्मू और कश्मीर में भी चुनाव होने हैं।''
आम चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, सपा जैसे विपक्षी दलों के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन से होगा। पीएम मोदी जहां बीजेपी के 370 और एनडीए के 400 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी दलों ने अपनी जीत के दावे किए हैं। अब तक बीजेपी ने उम्मीदवारों की दो सूची जारी की है, जिसमें कुल 267 कैंडिडेट्स के नाम घोषित किए गए हैं।
उधर, कांग्रेस भी अब तक दो लिस्ट जारी कर चुकी है। पहली लिस्ट में 39 और दूसरी लिस्ट में 43 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया था। पिछला लोकसभा चुनाव साल 2019 में अप्रैल-मई महीने में करवाया गया था। कुल सात चरणों में हुए मतदान के बाद 23 मई को वोटों की गिनती हुई थी। बीजेपी ने अकेले दम पर लगातार दूसरी बार बहुमत हासिल करते हुए 303 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 52 सीटों पर जीत मिली थी।
284 पॉलिटिकल पार्टी को किया डिलिस्टेड और 253 को इनएक्टिव- चुनाव आयोग
राजनीतिक दलों पर नजर रखने के लिए चुनाव आयोग पूरी तरह से तैयार है. 537 रजिस्टर्ड पॉलिटिकल पार्टी पर हमने काम किया है. इनमें से 284 को लिस्ट से बाहर निकाला है और 253 को इनएक्टिव किया है. ये अलग-अलग तरह की सुविधाएं लेते हुए पॉलिटिकल पार्टी के माहौल को खराब कर रहे थे.
चुनावों में नहीं होने देंगे बाहुबल का इस्तेमाल, बोले सीईसी
सीईसी राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दागी उम्मीदवारों को अपने बारे में अखबारों में बताना होगा. चुनाव में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए. निष्पक्ष और हिंसामुक्त चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग प्रतिबद्ध है. पैसा, शराब और गिफ्ट नहीं बंटने देंगे. उन्होंने कहा कि 12 राज्यों में पुरुषों से ज्यादा महिला वोटर हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर चुनाव आयोग पैनी नजर रखेगा. उन्होंने कहा कि चुनावों में बाहुबल का इस्तेमाल नहीं होने देंगे.
सीईसी राजीव कुमार बोले- '16 जून को खत्म होगा लोकसभा का कार्यकाल'
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, ''हमारी टीम अब पूरी हो चुकी है, हम भारतीय लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव के लिए पूरी तरह तैयार हैं. हमारा वादा है कि हम राष्ट्रीय चुनाव इस तरह से कराएंगे जिससे विश्व मंच पर भारत की चमक बढ़ सके. हम देश को वास्तव में उत्सवपूर्ण, लोकतांत्रिक माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है. आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभाओं का कार्यकाल भी जून 2024 में समाप्त होने वाला है.''
मुख्य चुनाव आयुक्त बोले - 'विश्व मंच पर बढ़ाएंगे भारत की चमक'
सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि हमारा वादा है कि हम राष्ट्रीय चुनाव इस तरह से कराएंगे, जिससे विश्व मंच पर भारत की चमक बढ़ सके. उन्होंने कहा कि हर चुनाव को संविधान की ओर से सौंपी गई एक पवित्र जिम्मेदारी है. चुनाव आयोग निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव के लिए प्रतिबद्धता पर अटल है.